Cartoonist Abhishek , Assistant Editor/ Editorial Cartoonist, राजस्थानपत्रिका, PrimeTime host, Patrika Tv
भई किसी और को सुनाओ,या झरोखे वाले को पकड़ो... मैं ईलाज करता हूँ, स्वयं को अवसाद ग्रस्त नहीं करना.
मुझे भस्मासुर याद आ गया।
सुनने वाले का अवसाद बढ़ाने को तो नहीं कहा था न !
लगता है कवियों ने आपको खूब सताया है. सहानुभूति है.
फिर तो नकल मार कर भीजा सकती हैलिखी।
netaon se dill bhar gaya jo ab kaviyon ki aisi taisi ker di bandhu !
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भई किसी और को सुनाओ,या झरोखे वाले को पकड़ो... मैं ईलाज करता हूँ, स्वयं को अवसाद ग्रस्त नहीं करना.
मुझे भस्मासुर याद आ गया।
सुनने वाले का अवसाद बढ़ाने को तो नहीं कहा था न !
लगता है कवियों ने आपको खूब सताया है. सहानुभूति है.
फिर तो नकल
मार कर भी
जा सकती है
लिखी।
netaon se dill bhar gaya jo ab kaviyon ki aisi taisi ker di bandhu !
netaon se dill bhar gaya jo ab kaviyon ki aisi taisi ker di bandhu !
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