Wednesday, January 14, 2009

देखें कुछ कार्टून :-- आज जयपुर के आसमान पर पतंग ही पतंग हें....







6 comments:

निर्मला कपिला said...

bahut baDiyaa lage rahiye

Unknown said...

हे भगवान आसमान मे इतनी सारी पतंग (आर्थिक मंदी के दौर में)..............
....फ़िर भी लोग कहते हैं जेब तंग है .

Udan Tashtari said...

एक से बढ़ कर एक-बहुत उम्दा हैं सभी. बधाई.

रंजू भाटिया said...

सभी बहुत अच्छे बढ़िया लगे और आख़िर वाला बेहद बढ़िया

दिनेशराय द्विवेदी said...

अभिषेक भाई, रोज नजरों के सामने से कार्टून गुजरते हैं। आप के भी और औरों के भी। उन पर यदा कदा टिप्पणी भी की है। वे अच्छे भी होते हैं।
लेकिन,
आज के तीनों कार्टून देखने पर लगा कि कार्टून ही बहुत दिनों के बाद देखने को मिले हैं। सच है आप के हाथों से भी बहुत दिनों बाद आज ऐसे कार्टून निकले हैं जो दीर्घजीवी होंगे।
इन में वह सब है जो एक कार्टून में होने चाहिए। ये कारटूनों में आदर्श हैं। कार्टून कला सीखने वाले को इन्हें जरूर स्मरण रखना चाहिए।

dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह } said...

तीसरा कार्टून आइना है हकीक़त का .दूसरा शेखावत की पतंग मजबूत बताता है और पहला सच है