अभिषेक भाई, रोज नजरों के सामने से कार्टून गुजरते हैं। आप के भी और औरों के भी। उन पर यदा कदा टिप्पणी भी की है। वे अच्छे भी होते हैं। लेकिन, आज के तीनों कार्टून देखने पर लगा कि कार्टून ही बहुत दिनों के बाद देखने को मिले हैं। सच है आप के हाथों से भी बहुत दिनों बाद आज ऐसे कार्टून निकले हैं जो दीर्घजीवी होंगे। इन में वह सब है जो एक कार्टून में होने चाहिए। ये कारटूनों में आदर्श हैं। कार्टून कला सीखने वाले को इन्हें जरूर स्मरण रखना चाहिए।
6 comments:
bahut baDiyaa lage rahiye
हे भगवान आसमान मे इतनी सारी पतंग (आर्थिक मंदी के दौर में)..............
....फ़िर भी लोग कहते हैं जेब तंग है .
एक से बढ़ कर एक-बहुत उम्दा हैं सभी. बधाई.
सभी बहुत अच्छे बढ़िया लगे और आख़िर वाला बेहद बढ़िया
अभिषेक भाई, रोज नजरों के सामने से कार्टून गुजरते हैं। आप के भी और औरों के भी। उन पर यदा कदा टिप्पणी भी की है। वे अच्छे भी होते हैं।
लेकिन,
आज के तीनों कार्टून देखने पर लगा कि कार्टून ही बहुत दिनों के बाद देखने को मिले हैं। सच है आप के हाथों से भी बहुत दिनों बाद आज ऐसे कार्टून निकले हैं जो दीर्घजीवी होंगे।
इन में वह सब है जो एक कार्टून में होने चाहिए। ये कारटूनों में आदर्श हैं। कार्टून कला सीखने वाले को इन्हें जरूर स्मरण रखना चाहिए।
तीसरा कार्टून आइना है हकीक़त का .दूसरा शेखावत की पतंग मजबूत बताता है और पहला सच है
Post a Comment