Cartoonist Abhishek , Assistant Editor/ Editorial Cartoonist, राजस्थानपत्रिका, PrimeTime host, Patrika Tv
waah maza aa gaya
1. फिर इन्हें वेटिंग में ही रहने दो। 100 दिन बाद सोचेंगे, जब ये धन बाहर लाएंगे, तब हम वोटधन बजाएंगे।2. वोटर की बारात में तो छोड़ो, अपनी बारात में भी एलाउड नहीं है।
pahla bahut doosra khoob.
गजब भाई..सभी.
वोटर की बारात में बाकी पूरे पांच साल तक नाचता रह सकता है। :)
Koi inse puchhe ki kala dhan vapas kaise layen ge.....in ke saathi party chhod kar chale jayenge.....
अब स्विस बैंकों में पैसा कहाँ रुका हुआ है...शर्तिया, अब तक तो निकल चुका होगा.
Post a Comment
7 comments:
waah maza aa gaya
1. फिर इन्हें वेटिंग में ही रहने दो। 100 दिन बाद सोचेंगे, जब ये धन बाहर लाएंगे, तब हम वोटधन बजाएंगे।
2. वोटर की बारात में तो छोड़ो, अपनी बारात में भी एलाउड नहीं है।
pahla bahut doosra khoob.
गजब भाई..सभी.
वोटर की बारात में बाकी पूरे पांच साल तक नाचता रह सकता है। :)
Koi inse puchhe ki kala dhan vapas kaise layen ge.....in ke saathi party chhod kar chale jayenge.....
अब स्विस बैंकों में पैसा कहाँ रुका हुआ है...शर्तिया, अब तक तो निकल चुका होगा.
Post a Comment